जब वकत मिले तुम
अटरिया पर
आ जाना
चाँद छुप जाये
तुम चांदनी फैलाना
चाँद को अपनी माँ
की याद आती है
इसी बहाने
माँ से मिल
आएगा
कुछ वक्कत
आराम से माँ
के आँचल में
नीद पूरी
कर आएगा |
अटरिया पर
आ जाना
चाँद छुप जाये
तुम चांदनी फैलाना
चाँद को अपनी माँ
की याद आती है
इसी बहाने
माँ से मिल
आएगा
कुछ वक्कत
आराम से माँ
के आँचल में
नीद पूरी
कर आएगा |
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