सोमवार, 1 जुलाई 2013

javani divani

मन मत उदास करो
हिम्मत मत छोड़ो
एक दिन आये गा
सब कुछ पा जाओ गे
च्मन्प्र्यास खा कर
सब कुछ कर पाओगे
उन हसीन जवानी के दिन
फिर जरुर लोटे गें
सीटी भी बजने लगेगी
आख्ने भी झपकने लगेंगी
जिस किसी हसीना को देखोगे
वोह भी फसने लगेगी
फिर मन दबी सारी उमंगे
हिचखोले लेंगी
खुद भी खुद
स्विमिंग पूल में उतर जाओगे
खूब dupki लगा
अठखेलिया खेलो 
दूर तक टाइम ले कर
बेफिक्र हो
 रना बनना 
अब उदासी छोड़ो
बुढ़ापे को अगुन्ठा दिखाओ
आगे बढो जवान
जो मन करे
कर लो
जी भर लो
बासी  कढ़ी को
ताजा कर लो 

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