मत इतराओ
अपनी शोख अदाओ पर
वारिश के
एक झोके पर
सारा मेकप
धुल जायेगा|
जरा बच के रहना
इन छिछोरी नज़रो से
पता भी न चलेगा
कब आँखों से काजल
निकल गया |
बहती समन्दर की लहरे
दिल में तूफान
मचा रही
तेज हो रही धडकन
समंदर में
गोते खा रही |
जीवन की घटनाओ का चित्रण मेरी कवितों से ...
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