शनिवार, 19 मार्च 2011

मन..... की मर्जी

मन..... की मर्जी
हमारा मन.....
बड़ा सियाना है
उसे सिर्फ
सिर हिलाना है
और
अपने कारखाने में
कागज पर
10karor  नोट छपवा कर
बटवाना है?
फिर चले न चले
वोट फिर भी    पा जाना>>>>>>>>>

2 टिप्‍पणियां:

  1. आपके ब्लॉग पर आकर अच्छा लगा , आप हमारे ब्लॉग पर भी आयें. यदि हमारा प्रयास आपको पसंद आये तो "फालोवर" बनकर हमारा उत्साहवर्धन अवश्य करें. साथ ही अपने अमूल्य सुझावों से हमें अवगत भी कराएँ, ताकि इस मंच को हम नयी दिशा दे सकें. धन्यवाद . हम आपकी प्रतीक्षा करेंगे ....
    भारतीय ब्लॉग लेखक मंच
    डंके की चोट पर

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  2. हरीश जी 
    आपने हमारा लिखा blok अच्छा लगा ! आप का blok 
    देखा ! 
    धन्यबाद

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