रविवार, 28 नवंबर 2010

तारे

 मंद -मंद मुस्करा रहे

चांदनी रात   के तारे

आँसमा  बरसा रहा

रंग विरंगे

फूल और तारे

सर्द हवाये गा रही

बासुरी सी मीठी धुन

झूम-झूम के

नाच रहे

चाँद -और सितारे  

मंद -मंद मुस्करा रहे

चांदनी  रात के तारे

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