आओ आज कुछ गुन गुनाए
बहती हवा पकड़ झूला बनाये
आसमान में बादलो से
ख्वावो का एक घर बनाये
उसमे आसमान के तारे जड्वाए
चाँद सूरज को अतिथि बनाये
समुन्दर से सीढ़ी लगये
आओ आज कुछ गुन गुनाये
ख्वावो के इस महल में
इंद्र की अप्सराओ संग जश्न मनाये
इंद्र धनुष की मालाओ से महल सजाये
रिमझम बरसते पानी से प्यास बुझाये
आओ आज कुछ गुन गुनाये
तारो की माला बनवा कर
अतिथो का स्वागत करवाये
बादलो का विस्तर बना
मीठी -मीठी नीदं ले
ख्वावो को सच बनाये
आओ आज कुछ गुन गुनाये
बहती हवा पकड़ झूला बनाये
आसमान में बादलो से
ख्वावो का एक घर बनाये
उसमे आसमान के तारे जड्वाए
चाँद सूरज को अतिथि बनाये
समुन्दर से सीढ़ी लगये
आओ आज कुछ गुन गुनाये
ख्वावो के इस महल में
इंद्र की अप्सराओ संग जश्न मनाये
इंद्र धनुष की मालाओ से महल सजाये
रिमझम बरसते पानी से प्यास बुझाये
आओ आज कुछ गुन गुनाये
तारो की माला बनवा कर
अतिथो का स्वागत करवाये
बादलो का विस्तर बना
मीठी -मीठी नीदं ले
ख्वावो को सच बनाये
आओ आज कुछ गुन गुनाये
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